फेस मास्क किसी भी आयु की त्वचा को स्निग्ध बनाने का सुगम उपाय है। इसे मृत व पुराने सैल हटाए जाते है तथा त्वचा पहले से अधिक साफ और सुंदर दिखलाई पड़ती है ।शिक्षा के विभिन्न प्रकारों को देखते हुए अपने चेहरे की त्वचा के अनुरूप ही फेस मास्क को चुनना चाहिए। चेहरे के लिए फेस मास्क प्राय: दो तरह के मिलते है-
- पहला शुष्क त्वचा वाले गले और गालों के लिए।
- तैलीय त्वचा वाले टी- जोन पर लगाने के लिए।
इसके अतिरिक्त मौसम के अनुरूप भी मास्क में परिवर्तन किया जाता है। सर्दी और गर्मी के मौसम में अलग-अलग प्रकार के मास्क अलग-अलग प्रभाव उत्पन्न करते हैं। इसलिए तवचा के अनुरूप ही मास्क खरीदे।
मुल्तानी मिट्टी से बने मास्क
यह मास्क सफेद या क्रीम कलर के होते हैं। इस प्रकार के मास्क तैलीय त्वचा के लिए सर्वोत्तम है। त्वचा के स्पर्श में आते ही यह तेजी से त्वचा की अतिरिक्त चिकनाई सोखकर त्वचा के रोम छिद्रों में छिपी गंदगी खींच लेते हैं और सुख जाते हैं। सूखने पर चेहरा अच्छी तरह से पानी से धो लेना चाहिए। इससे चेहरे की अतिरिक्त तैलीयता और गंदगी घुलकर साफ हो जाती है और चेहरा निखर जाता है। इस मास्क को आंखों के आसपास और गर्दन के तवचा पर नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इस मास्क से तैलीयता कम होकर सूखापन आ जाता है जो कि आंख और गर्दन की त्वचा के लिए हानिकारक होता है। सप्ताह में एक बार से अधिक इस मास्क का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
फल सब्जियों व जड़ी बूटियों से बने मास्क
इस प्रकार के मास्क प्राय: सभी प्रकार की त्वचा के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं, पर प्रयोग की विधि सबकी अलग होती है। ये तैलीय तवचा पर मुल्तानी मिट्टी के साथ और शुष्क त्वचा पर क्रीम के साथ मिलाकर लगाए जाते हैं। मुल्तानी मिट्टी के साथ प्रयोग करने पर ये मास्क चेहरे की अतिरिक्त तैलीयता और गंदगी को सोख कर दूर करते हैं, जबकि क्रीम के साथ इस्तेमाल करने पर यह चेहरे की त्वचा में अतिरिक्त नमी और कोमलता प्रदान करते हैं, दोनों ही रूपों में यह मास्क चेहरे की त्वचा की गहराई तक पहुंच कर सफाई करते हैं। संवेदनशील त्वचा के लिए बहुत से क्रीम मास्क है, जो उनमें निहित तत्वों के आधार पर अलग -अलग ढंग से बनाए जाते है।
तैलीय त्वचा के लिए एस्ट्रिंजेंट की बहुतायत वाले मास्क भी होते हैं, जो हल्के नीले या हरे रंग के होते हैं। फलों से बने मास्क शुष्क त्वचा के लिए होते हैं, जो गुलाबी या नारंगी रंग के होते हैं। फलों से बने मास्क चेहरे पर लगाने पर सूखता नहीं। इन्हें पानी से धोकर या पोंछकर साफ किया जाता है। कुछ हल्के मास्क आंखों, गल व चेहरे पर भी लगाए जा सकते हैं। इस प्रकार के मास्क का उपयोग सप्ताह में एक बार या आवश्यकता अनुसार ज्यादा बार भी किया जा सकता है।
चिकनाईयुक्त मास्क
यह विशेष रूप से शुष्क त्वचा के लिए बनाए जाते हैं।इसके प्रयोग से त्वचा ज्यादा चिकनाई सोखकर नरम व मुलायम बनती है।यह ज्यादातर फेशियल के दौरान लगाए जाते हैं। इन्हें चेहरे पर लगाकर इसे 15 मिनट के लिए छोड़ दिया जाता ह
जैल मास्क
इस प्रकार के मास्क का प्रयोग साधारण, शुष्क और तैलीय सभी प्रकार की त्वचा के लिए किया जा सकता है। इस मास्क को हटाते समय चेहरे से खींचकर निकाला जाता है। खींचते समय चेहरे की त्वचा के मृत रोम हट जाते है,जिससे चेहरा ताजा और चमकदार नजर आने लगता है । इस मास का प्रयोग सावधानी से करना चाहिए। आंखों के इर्द-गिर्द बालों के आसपास इसे ना लगाएं और ना ही चेहरे पर अधिक मात्रा में लगाएं क्योंकि मास्क खींच कर उतारते समय नुकसान पहुंच सकता है।यह मास्क प्राय: पारदर्शी होते हैं।
उपरोक्त सभी मास्क बाजार में मिलने वाले मास्क हैं। यदि हम अपने घर में ही अपने आसपास नजर डाले तो बहुत सी चीजें ऐसी मिल जाएगी जिनकी सहायता से घर में भी फेस मास्क तैयार किए जा सकते हैं। इन्हें बना कर तुरंत इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि ये अधिक समय तक नहीं रखे जा सकते ।कुछ घरेलू मास्क हैं –
ककडी-खीरे का मास्क
सामग्री: आधा कप ककड़ी या खीरे के टुकड़े (बिना छीले),एक अंडे का सफेद भाग, एक छोटा चम्मच दूध का पाउडर।
विधि: इन सभी चीजों को एक साथ मिक्सी के जार में डालकर पेस्ट बना लें।रुई की सहायता से इस पेस्ट को पूरे चेहरे पर लगा ले और 15 से 20 मिनट तक लगा रहने दे।फिर हल्के गर्म पानी से चेहरा साफ कर लें।
शहद और जई के आटे (ओटमील) का मास्क
सामग्री: एक ताजा अंडे का पीला भाग ,एक छोटा चम्मच ऑलिव ऑयल, 3-4 बूंद नींबू का रस, एक चौथाई चम्मच शहद, आधा छोटा चम्मच सादा बिना पकाया जई का आटा , आधा छोटा चम्मच दूध पाउडर, आधा छोटा चम्मच स्टार्ट या मांढ।
विधि: इन सभी चीजों को एक साथ मिला लें। उंगलियों की सहायता से चेहरे पर लगा दे। यदि चेहरे की त्वचा शुष्क है तो 10 मिनट ,साधारण त्वचा है तो 15 मिनट, तैलीय त्वचा है तो लगभग 20 मिनट तक चेहरे पर लगा रहने दें ।इसके बाद गुनगुने पानी से चेहरा साफ कर दे। ठंडे पानी से चेहरा धो कर थपथपाकर सुखा दे।
मास्क चेहरे के रोम छिद्रों को साफ करके त्वचा को स्वच्छता और ताजगी प्रदान करता है।
यदि आप अपने चेहरे पर पहली बार फेस मास्क का प्रयोग कर रहे हैं, तो संभव है आपके चेहरे पर 1 सप्ताह बाद कुछ धब्बे नजर आएंगे परंतु इससे परेशान न हो, क्योंकि यह इस बात का प्रभाव है कि मास्क, उपचार अपना कार्य अच्छी तरह कर रहा है।
मास्क का प्रयोग हमेशा साफ-सुथरी तवचा पर ही करना चाहिए तथा उसे पूरे चेहरे पर समान रूप से लगाना