You are here
Home > महत्वपूर्ण ज्ञान > दुनिया के सबसे खतरनाक पहाड़

दुनिया के सबसे खतरनाक पहाड़

दुनिया के सबसे खतरनाक पहाड़:- पहाड़ों पर चढ़ना हमेशा से ही किसी खतरे से खाली नहीं रहा है। ऊंचे-बड़े पहाड़ देखकर उन्हें छू लेने को दिल करता है लेकिन पर्वतारोही को कभी कभी जान भी गवानी पड़ सकती है। कुछ पहाड़ हरे-भरे, कुछ बर्फीले, कुछ रेतीले और पथरीले होते हैं तो कुछ सुहावने भी होते हैं । पहाड़ों की दुनिया भी अजब-गजब होती है। दुनिया में ऐसे कई खतरनाक पहाड़ मौजूद हैं, जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं। 11 दिसंबर को इंटरनेशनल माउंटेन डे मनाया जाता है। इस पोस्ट में हम आपको दुनिया के सबसे खतरनाक पहाड़ों के बारे में बताने जा रहे हैं दुनिया के सबसे खतरनाक पहाड़, जिन पर चढ़ाई करने के दौरान कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। वहीं कुछ पर्वतारोही भी हैं, जिन्होंने पहाड़ों की चोटी छूने में कामयाबी हासिल की है।

1. ईगर, स्विट्जरलैंड

अगर हम पहाड़ों में सबसे खतरनाक पहाड़ों की बात करें तो उनमें से ईगर पहाड़ एक है जो स्विजरलैंड में स्थित है।ईगर, स्विस आल्प्स (स्विट्जरलैंड) में 3970 मीटर ऊंचा पहाड़ है, जिस पर उत्तरी क्षेत्र से 11 अगस्त 1858 में चढ़ने की कोशिश की गई थी, लेकिन सफलता नहीं मिली। 1935 में तकरीबन 64 पर्वतारोहियों ने इस पर चढ़ाई की, जो 24 जुलाई 1938 तक पूरी हुई। पहाड़ की चोटी पर पहुंचने में सफलता हासिल करने के बाद पर्वतारोहियों ने इस चढ़ाई को मॉर्डवांड (मर्डर वॉल) नाम दिया।

2. के2, पाकिस्तान

यह दुनिया का दूसरा सबसे ऊंचा पहाड़ पाकिस्तान के कोराकोरम रेंज में है, जिसकी ऊंचाई 8,611 मीटर है। तेज बर्फबारी के कारण इस पर ठंड के मौसम आजतक कोई चढ़ाई नहीं कर पाया। इसकी चोटी पर पहुंचने में सबसे पहले 1954 में सफलता मिली। 1977 में एक जापानी टीम ने इस पर चढ़ने का प्रयास किया था, लेकिन सफल नहीं हो सकी। ऐसा कहा जाता है कि इसकी चोटी पर पहुंचने की कोशिश करने वाले हर चार पर्वतारोहियों में से एक की मौत हुई है।इसीलिए इसे सबसे खतरनाक पहाड़ माना जाता है

3. कंचनजंघा, नेपाल

कंचनजंघा, विश्व की तीसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी है, यह सिक्किम के उत्तर पश्चिम भाग में नेपाल की सीमा पर है। इसकी ऊंचाई 8,586 मीटर है। इस पर चढ़ाई करना आसान नहीं है। इसकी चोटी को छूने की कोशिश करने वाले हर पांच व्यक्ति में से एक की मौत हुई है। यहां पर हिमस्खलन होने के कारण मौसम बहुत खराब रहता है।

4. माउंट एवरेस्ट, नेपाल

माउंट एवरेस्ट को नेपाल में सागरमाथा और तिब्बत में कोमोलुंगमा के नाम से जाना जाता है। यह पूरी पृथ्वी पर सबसे ऊंचा पहाड़ है। यह हिमालय के महालगुर खंड में स्थित है। इसकी ऊंचाई समुद्र तल से 8,848 मीटर है। वैसे तो इस पर सबसे पहले चढ़ाई साल 1953 में नेपाल के तेनजिंग नॉरगे के साथ न्यूज़ीलैंड के एडमंड हिलेरी ने की थी, लेकिन अब तक हजारों लोग इस पहाड़ की चढ़ाई कर चुके हैं। पर्वत का दक्षिण भाग चढ़ाई के लिए आसान है। अब तक 700 लोग इस पर चढ़ाई कर चुके हैं। वहीं इस पर चढ़ने की कोशिश करने वालों में से 200 लोगों की मौत भी हो चुकी है।

5. मोंट ब्लांक, यूरोप

फ्रांस और इटली के बीच सीमा के दोनों ओर फैले पश्चिम यूरोप में यह सबसे ऊंचा पहाड़ है। हालांकि, इस पर चढ़ाई करना उतना चुनौतीपूर्ण नहीं है, लेकिन फिर भी इसकी चोटी पर पहुंचने की कोशिश करने वाले लोगों में से कइयों की मौत हो चुकी है। हाइकर्स और क्लाइंबर्स के बीच यह पहाड़ खासा लोकप्रिय है। इसकी ऊंचाई 4,810 मीटर है।

6. माउंट एवरेस्ट, नेपाल

माउंट एवरेस्ट को नेपाल में सागरमाथा और तिब्बत में कोमोलुंगमा के नाम से जाना जाता है। यह पूरी पृथ्वी पर सबसे ऊंचा पहाड़ है। यह हिमालय के महालगुर खंड में स्थित है। इसकी ऊंचाई समुद्र तल से 8,848 मीटर है। वैसे तो इस पर सबसे पहले चढ़ाई साल 1953 में नेपाल के तेनजिंग नॉरगे के साथ न्यूज़ीलैंड के एडमंड हिलेरी ने की थी, लेकिन अब तक हजारों लोग इस पहाड़ की चढ़ाई कर चुके हैं। पर्वत का दक्षिण भाग चढ़ाई के लिए आसान है। अब तक 700 लोग इस पर चढ़ाई कर चुके हैं। वहीं इस पर चढ़ने की कोशिश करने वालों में से 200 लोगों की मौत भी हो चुकी है।

7. माउंट फिट्स रॉय, अर्जेंटीना

यह अर्जेंटीना और चिली के दक्षिणी क्षेत्र के पेटागोनिया की सीमा पर स्थित है। यह ऐसा एवरेस्ट है जिसपर गर्मी के मौसम में मात्र एक दिन में चढ़ाई की जा सकती है। लेकिन साल में यह मौका सिर्फ एक बार ही मिल पाता है। बाकी समय यहां बर्फबारी के कारण मौसम खराब रहता है, जिसकी वजह से इसकी चोटी पर पहुंचना नामुमकिन होता है। पहली बार इस पर 1952 में चढ़ाई की गई थी। इसकी ऊंचाई 3405 मीटर है।

8. मैटरहॉर्न, यूरोप

यह स्विट्जरलैंड और इटली के बीच की सीमा पर है, जिसकी ऊंचाई 4478 मीटर है। यह सबसे बड़ी अल्पाइन चोटी है, जिस पर चढ़ना खतरे से खाली नहीं है। 1865 में पहली बार चार सदस्यीय दल ने इस पर चढ़ने का प्रयास किया था, लेकिन चारों की मौत हो गई। यहां पर बहुत ज्यादा रॉक फॉल होता है।

9. नांगा परबत, पाकिस्तान

पाकिस्तान के गिलगिट, बाल्टिस्तान क्षेत्र में स्थित नंगा परबत दुनिया का नौवां सबसे ऊंचा पहाड़ है। समुद्र स्तर से यह 8126 मीटर ऊपर है। कई लोग इस पर चढ़ने की कोशिश कर चुके हैं, उनमें से कइयों की मौत हो चुकी है, इसमें गंथर मेसनर और उसके छोटे भाई रेनहोल्ड भी शामिल हैं। 1953 में जर्मन-ऑस्ट्रेन अभियान दल ने इस पर चढ़ने की कोशिश की, लेकिन सफलता प्राप्त नहीं मिली।

10. अन्नापूर्णा, नेपाल

अन्नापूर्णा दुनिया का 10वां ऊंचा पहाड़ है। समुद्र तट से इसकी ऊंचाई 8901 मीटर है। इस पर 1950 में सबसे पहले चढ़ाई करने की कोशिश की गई थी। इसके बाद 1970 में अन्नापूर्णा की चोटी पर पहुंचने में सफलता मिली। वहीं 2007 में स्लोवेनियाई पर्वतारोही टोमाज हमर ने अकेले इस पहाड़ के दक्षिण फेस से चढ़ाई करने में सफलता हासिल की। बता दें कि अन्नापूर्णा में चढ़ने की कोशिश करने वालों में लगभग 60 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। 157 लोग ही ऐसे हैं, जिन्हें इसकी चोटी पर पहुंचने में सफलता मिली है।

दुनिया के सबसे खतरनाक पहाड़

इस पोस्ट के माध्यम से अपने आपको दुनिया के सबसे खतरनाक पहाड़ ,duniya ke sabse khatarnak pahad ,  दुनिया के सबसे खतरनाक पहाड़ ,World’s Most Dangerous Mountains,दुनिया के सबसे 10 खतरनाक पहाड़ दुनिया के सबसे खतरनाक पर्वत चोटी के बारे में जानकारी दी आशा करते हैं कि यह जानकारी आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है ऐसी ही अन्य जानकारी के लिए लगातार हमारी वेबसाइट के संपर्क में रहे।

Leave a Reply

Top