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DRDO ने न्यू-जेनेरेशन वॉरगामिंग सॉफ्टवेयर को नौसेना को सौंप दिया

DRDO ने न्यू-जेनेरेशन वॉरगामिंग सॉफ्टवेयर को नौसेना को सौंप दिया रक्षा मंत्रालय ने कहा कि डीआरडीओ ने सोमवार को नौसेना को एक नई पीढ़ी का सॉफ्टवेयर तैयार करने के लिए सौंप दिया, जिसका उद्देश्य एक ऐसा वातावरण तैयार करना है, जो समुद्री तकनीकी केंद्रों (MWC) को नवीनतम तकनीकी और कंप्यूटिंग उपकरणों का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित करेगा।

सॉफ्टवेयर दिल्ली में इंस्टीट्यूट फॉर सिस्टम स्टडीज एंड एनालिसिस (ISSA) द्वारा विकसित किया गया है, जो कि MWC, विशाखापत्तनम के सहयोग से एक प्रमुख रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) की प्रयोगशाला है, जो भारतीय के समकालीन परिचालन और सामरिक स्तर की सरगर्मी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए है। नौसेना, मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है।

युद्धाभ्यास सॉफ्टवेयर को जी सतीश रेड्डी, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के चेयरमैन वाइस एडमिरल जी अशोक कुमार ने आईएसएएस में नौसेना स्टाफ के उपाध्यक्ष को सौंपा था।

बयान में कहा गया है, “मुख्य ध्यान युद्ध के माहौल को बनाने में लगाया गया है, जो समुद्री तकनीकी केंद्रों (MWC) को नवीनतम तकनीकी और कंप्यूटिंग उपकरणों का उपयोग करने में सक्षम बनाता है।”

सॉफ्टवेयर में बहुमुखी और उपयोगकर्ता के अनुकूल विशेषताएं हैं, जो कई बलों के बीच विश्व स्तर पर खेलने योग्य परिदृश्यों को सक्षम करते हैं। यह एक विस्तृत क्षेत्र नेटवर्क पर भौगोलिक रूप से छितरी हुई जगहों के बीच अभ्यास करने में सक्षम बनाता है।

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Categories: Current Affairs
Pardeep Verma:
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