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ब्लूबेरी खाने के फायदे और नुकसान

ब्लूबेरी खाने के फायदे और नुकसान :- दोस्तों आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको बताने वाले हैं ब्लूबेरी खाने के फायदे और नुकसान के बारे में।ब्लूबेरी ‘वैक्सीनियम‘ प्रजाति से संबंधित एक फल है। यह फल नार्थ अमेरिका, यूरोप, साउथ अफ्रीका और एशिया में पाया जाता है। ब्लूबेरी को भारत में कई जगहों पर ‘नीलबदरी‘ के नाम से भी जाना जाता है।यह एक नीले रंग का फल है जो कि आकार में गोल और छोटा होता है। स्वाद में यह फल खट्टा मीठा होता है। ब्लूबेरी में कई औषधीय गुण पाए जाते है, और यह स्वास्थ के लिए बेहद लाभदायी हैब्लूबेरी को नील बदरी भी कहा जाता है। यह एक नीले रंग का फल है जो कि आकार में गोल और छोटा होता है। स्वाद में यह फल खट्टा मीठा होता है। ब्लूबेरी  में कई औषधीय गुण पाए जाते है, और यह स्वास्थ के लिए बेहद लाभदायी है। आइए देखते हैं जामुन खाने के क्या फायदे हैं और क्या नुकसान है।

ब्लूबेरी में पाए जाने वाले महत्वपूर्ण तत्व

100 ग्राम ब्लूबेरी में पाए जाने वाले महत्वपूर्ण तत्व:-

  • Calories (केलोरि) – 57 kcl
  • Water (पानी) – 84 %
  • Sugar (शर्करा) – 10 g
  • Fiber (फाइबर) – 2.4 g
  • Fat (फेट) – 0.3 g
  • Protein – (प्रोटीन) 0.7 g
  • Carbs (कर्ब्स) – 14.5 g

ब्लूबेरी खाने के फायदे

ब्लूबेरी खाने के बहुत से फायदे हैं,ब्लूबेरी  में कई औषधीय गुण पाए जाते है जो हमारे स्वास्थ्य को मजबूत बनाते हैं और बहुत सारी बीमारियों से बचाते हैंब्लूबेरी खाने के फायदे निम्नलिखित है –

  • मोटापा रोकने में सहायक :- ब्लूबेरी का नियमित सेवन करने से पेट के पास जमा चर्बी दूर होती है। दरअसल ब्लूबेरी में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है और इसमें मौजूद फाइबर मोटापे या अत्यधिक चर्बी को नियंत्रण में रखता है। कई रिसर्च से यह साबित हुआ है कि ब्लूबेरी खाने से शरीर में शुगर का स्तर कम होता है, जो मोटापे की समस्या को पनपने नहीं देता।
  • दिल की बीमारी को रोकने में सहायक :- अमेरिकी कृषि विभाग की शोध के अनुसार ब्लूबेरी खाने से हार्ट अटैक की संभावनाएं कम होती है। ब्लूबेरी धमनियों में खून का थक्का बनने नहीं देता, जो दिल के दौरे की मुख्य वजह होता है। ब्लूबेरी में फ्लेवोनॉयड के गुण भी पाये जाते हैं, जो दिल से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है।
  • मुहांसों से छुटकारा दिलाता है :- ब्लूबेरी, मुंहासों से ग्रस्त लोगों की त्वचा के लिए बहुत ही लाभकारी होती है। ब्लूबेरी में सैलिसिलेट्स की उच्च मात्रा होती है, जो कि सैलिसिलिक एसिड होता है। सैलिसिसिक एसिड मुँहासों के बाहरी उपचार करने वाले उत्पादों में व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता है। मृत त्वचा को हटाने की क्षमता, खुले रोम छिद्र और बैक्टीरिया के खिलाफ कार्य करके, यह मुहाँसों को दूर करने के लिए यह एक बहुत ही प्रभावी उपचार है। ब्लूबेरी पैक का इस्तेमाल मुहाँसों को दूर करने के लिए किया जा सकता है।
  • बालों को बढ़ाने में सहायक :- ब्लूबेरी, प्रोएंथोसायनिडिन रसायन की मौजूदगी के कारण बालों के विकास में लाभकारी होते हैं। इससे बने हेयर मास्क का उपयोग बालों की वृद्धि को बढ़ावा देने में मदद करता है। हेयर मास्क बनाने के लिए एक मुट्ठी ब्लूबेरी और जैतून के तेल को मिक्स कर लें और अच्छे से बालों की जड़ों पर लगाएं। 20-30 मिनट के बाद गुनगुने पानी का उपयोग कर के बालों को धो लें।
  • याददाश्त बढ़ाने में सहायक :- बढ़ती उम्र में याददाश्त का कमजोर होना आम बात है, लेकिन यदि आप ब्लूबेरी का सेवन करते हैं, तो आपकी याददाश्त कभी कमजोर नहीं हो सकती। इसलिए याददाश्त बढ़ाने के लिए ब्लूबेरी का सेवन बेहद जरूरी है।
  • कोलेस्ट्रोल कम करता है :- ब्लूबेरी में फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है और यह कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है। यह गुण ब्लूबेरी  को आदर्श आहार बनाता है। इसमें पाए जाने वाले पोटेशियम, केल्शियम और मैग्नीशियम रक्तचाप को कम करने में मदद करते है।
  • पाचन शक्ति बढ़ाने में सहायक :- इसमें पाये जाने वाले फाइबर कब्ज में राहत देता है, और इसमें उपस्थित विटामिन,सोडियम, कॉपर, फ्रक्टोज और एसिड पाचनतंत्र को सुचारू रूप से चलाने में मदद करते है। यह भोजन को पचाने में मदद करते है।
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है :- ब्लूबेरी  में पाए जाने वाले एंटी ऑक्सिडेंट रोगों से लड़ने की क्षमता रखते है। यह संक्रमण को रोकने में सहायक है, यदि किसी की रोग प्रतिरोध क्षमता प्रबल है तो उसे वायरस द्वारा फैली सर्दी, बुखार, चिकन पॉक्स और अनगिनत संक्रमण से कोई बीमारी नही होगी।
  • कैंसर जैसी बीमारियों से बचाता है :- ब्लूबेरी कैंसर के रोगियों के लिए बहुत ही अच्छा साबित हो सकते हैं, क्योंकि उनमें कुछ यौगिकों जैसे पेरोरोस्टिलबेन (बृहदान्त्र कैंसर और लिवर कैंसर के लिए एक बहुत ही अच्छा उपाय) और एलेगिक एसिड होते हैं। एन्थॉकायनिन और अन्य एंटीऑक्सिडेंट जैसे विटामिन सी और तांबे के साथ ये दोनों यौगिक कैंसर को रोकने और ठीक करने के लिए चमत्कार कर सकते हैं।
  • ब्लूबेरी आंखों के लिए बहुत ही फायदेमंद :- इसमें एक एंटीऑक्सिडेंट गुण है जो हर उम्र में होने वाली समस्या को रोकने में उपयोगी है जैसे मोतियाबिंद, मायोपिया, हाइमेट्रोपिया, सूखापन और रेटिना से सम्बंधित संक्रमण  को रोकने में सहायता करते है। इसमें एन्थोसाइनोसाईड्स पाया जाता है जो आई पॉवर को बढ़ाता है, और नेत्र समस्या को कम करने में सहायक है।
  • ब्लूबेरी बढ़ती हुई उम्र को रोकता है :- बढ़ती उम्र के कारणों में मुक्त कणों (Free Radicals) का प्रभाव बहुत अधिक माना जाता है। ऐसे में ब्लूबेरी आपको जवान रखने के लिए बहुत ही अच्छा उपाय है। यह ‘सुपरफूड्स’ एंटीऑक्सिडेंट्स से भरे हुए होते हैं। इसमें बहुत अधिक मात्रा में विटामिन सी भी पाया जाता है। यदि आप ब्लूबेरी का सेवन भरपूर मात्रा में करते हैं तो आप बढ़ती उम्र के लक्षणों पर रोक लगा सकते हैं, जैसे- झुर्रियां, बढ़ती उम्र के धब्बे, मोतियाबिंद, ऑस्टियोपोरोसिस, बाल झड़ना, मनोभ्रंश और अल्जाइमर रोग आदि।
  • मधुमेह को रोकता है :- इसमें प्रचुर मात्रा में फायबर पाया जाता है, यह मधुमेह के रोगी के लिए आवश्यक आहार है, यह रक्त में शर्करा के लेवल को कम करता है। ब्लूबेरी के पत्तो में एन्थोसियानीडीनस होता है। यह मेटाबालिज्म की क्रिया को सुचारू रूप से चलाता है, और शरीर में ग्लूकोज़ बॉडी के सभी अंगो तक पहुंचाने का कार्य करता है। इससे रक्त में शर्करा का संतुलन बना रहता है. इस प्रकार यह मधुमेह के रोगी के लिए बेहद लाभदायी है।

ब्लूबेरी खाने के नुकसान

जिस तरह सिक्के के दो पहलू होते हैं उसी तरह हर चीज के फायदे और नुकसान भी होते हैं। अगर ब्लूबेरी खाने के बहुत से फायदे भी है कि नुकसान भी इतनी ज्यादा ही है ब्लूबेरी खाने के नुकसान:-

  • इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन K पाया जाता है, एक कप ब्लूबेरी में 29 माइक्रोग्राम विटामिन होता है। यह हड्डी मजबूत करता है, रक्त नियंत्रित करता है , केंसर के खतरे को कम करता है परन्तु इसकी अधिक मात्रा से सांस की तकलीफ, आतंरिक रक्तस्त्राव और भी कई समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
  • ब्लूबेरी में बहुत अधिक मात्रा में सैलिसिलेट पाया जाता है – यह एस्पिरिन का सक्रिय घटक है, जो कि कई पौधों में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है। जो लोग सैलिसिलेट के प्रति संवेदनशील होते हैं उन लोगों को ब्लूबेरी का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • बहुत अधिक मात्रा में ब्लूबेरी खाने से आपके पाचन पर दुष्प्रभाव हो सकता है और इसका मुख्य कारण है इसमें मौजूद फाइबर की अधिक मात्रा।
  • रक्त विकारो से ग्रसित लोगो को ब्लूबेरी से बचना चाहिए। विटामिन K में पाए जाने वाले कन्टेन्ट रक्त को पतला करते है।

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